गांधी शांति प्रतिष्ठान केन्द्र कानपुर द्वारा विनोबा भावे जी की भूदान में मिली जमीन पर भू माफियाओं से खाली कराकर भूमिहीनों को देने व आवारा गौवंश को उसी भूमि पर गौशाला खोलने के सम्बन्ध में आज एक प्रतिनिधिमंडल श्री विजय विश्वास पंत जिलाधिकारी कानपुर से मिला और उन्होंने भूदान की जमीन पर अवैध कब्जों को खाली कराने एवं वह जमीन भूमिहीनों एवं गायों के लिए उपलब्ध कराने की मांग की गई जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने एडीएम राजस्व एवं वित्त को निर्देशित किया कि सभी जमीनों का रिकॉर्ड निकालकर सीमांकन कर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए ज्ञापन के समय सभी लोग जागृति रेस्टोरेंट में इकट्ठा हुए उसके बाद भीगते हुए पानी में जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन देने पहुंचे आप अवगत होंगे विनोबा भावे ने भूदान आंदोलन के माध्यम से अपनी पदयात्रा करके भूमिहीनों को जमीन दिलाने का एक अभियान चलाया था और गांव गांव घूमने निकले थे दलित बस्तियों में पहुंचकर अपनी आंखों से उनकी हालत देखी थी और उन्हें जमीन दिला कर जीवन जीने का रास्ता दिखाया था लेकिन कानपुर में उनको उपलब्ध कराई गई जमीन कुछ लोगों ने अवैध कब्जे कर रखे हैं और जिस उद्देश्य व जमीन दान में प्राप्त की गई थी उसका उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व व सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुरेश गुप्ता ने किया प्रतिनिधिमंडल में श्याम देव सिंह , प्रदीप यादव कुलदीप सक्सेना कमल कांत तिवारी अध्यक्ष सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी ,नीरज दीक्षित , विशाल त्रिपाठी ,शाकिर अली उस्मानी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे
भूदान की जमीन खाली कराने को लेकर जिलाधिकारी कानपुर को ज्ञापन